हरियाणा CM बनना चाहते हैं रणदीप सुरजेवाला; कहा- कुमारी शैलजा को भी बनना है मुख्यमंत्री, भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लेकर बोले ये बात
Haryana Congress MP Randeep Surjewala Claim Haryana CM Post Kumari Selja
Randeep Surjewala News: हरियाणा के विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस बिना सीएम फेस के मैदान में है। हालांकि, फिर भी पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ही कांग्रेस की तरफ से सीएम चेहरा माना जा रहा है। लेकिन हरियाणा सीएम पद के लिए कांग्रेस में 2 और दावेदारों ने अपनी आवाज ऊंची कर ली है। एक तरफ सांसद कुमारी सैलजा सीएम बनने की इच्छा जाहिर कर रहीं हैं तो वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला भी सीएम बनना चाह रहे हैं। सुरजेवाला ने एक बार फिर हरियाणा सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी दोहराई है।
मैं भी मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं- रणदीप सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला ने बयान दिया है कि, हर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है। कुमारी शैलजा जो हमारी बड़ी बहन हैं, वह भी मुख्यमंत्री बनना चाहती हैं। वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। साथ ही मैं भी मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं। हम तीनों के अलावा मुख्यमंत्री बनना किसी और का भी अधिकार हो सकता है। क्योंकि यह प्रजातंत्र है। हालांकि, रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार आने पर मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इसे लेकर अंत में फैसला कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को करना है। वे जो भी फैसला लेंगे, वह हमें स्वीकार्य होगा।
बता दें कि, रणदीप सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री बनने को लेकर यह बयान कैथल में दिया। सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला ने कहा था कि, मेरी इच्छा है कि पिता कांग्रेस की सरकार बनने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री बने। बेटे के इसी बयान पर रणदीप सुरजेवाला का यह जवाब आया और इसी के साथ वह मुख्यमंत्री बनने का अपना दावा भी पेश कर गए। रणदीप सुरजेवाला पूरी ताकत से कैथक में प्रचार कर रहे हैं। कैथल के अलावा अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी सुरजेवाला का चुनावी प्रचार जारी है।
पहले भी जता चुके मुख्यमंत्री बनने की इच्छा
यह पहली बार नहीं है जब रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा जाहिर की हो। इससे पहले एक न्यूज़ इंटरव्यू में सुरजेवाला ने कहा था कि, सबकी इच्छा होती है कि वह अपने प्रदेश का नेतृत्व करे। मैं भी अपने प्रदेश का नेतृत्व करना चाहता हूं। हालांकि, उस दौरान भी सुरजेवाला ने अंतिम फैसला हाईकमान पर ही छोड़ा था। सुरजेवाला ने कहा था कि, मेरी महत्वकांक्षा मेरी पार्टी से ऊपर नहीं है।
जिस दिन मेरे हाथ में कलम आ गई...
सुरजेवाला ने कहा था कि, जब तक रणदीप सुरजेवाला जिंदा है, मेरी बहन सैलजा और हम दोनों मिलकर लड़ते रहेंगे। जब तक हम जिंदा हैं, हमें किसी से भी लड़ना पड़ेगा। हमारे लोगों की तरफ कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता। न हमारे आरक्षण की तरफ और न हमारी कल्याण कारी योजनाओं की तरफ। सुरजेवाला ने कहा था कि, जिस दिन आपके भाई के हाथ में कलम आ गई। उस दिन मैं क्या-क्या करके दिखाऊंगा। ये मर मन में ही है।